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IAS Officer Kaise Bane: जानें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में कैसे जाएँ? (IAS Officer kaise bane)

भारत की सबसे बड़ी सरकारी सेवा आईएएस ऑफिसर ((IAS Officer kaise bane)) का पद जितना लुभवाना एवं आकर्षक प्रतीत होता है, इस परीक्षा में सफल होना उससे कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है। आईएएस ऑफिसर एक ऐसा पद है जिसकी सीढ़ियाँ भारत हुकूमत के सर्वोच्च पद तक  जाती है।                                                                                     

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS Officer kaise bane)

भारत सरकार  के सभी सर्वोच्च पदों पर आईएएस रैंक के अधिकारी ही विराजमान होते हैं। सभी सरकारी विभागों के प्रमुख आईएएस रैंक के अधिकारी ही होते हैं। देश की प्रशासनिक बागडोर इन्हीं अधिकारियों के पास होती है।

इस लेख के माध्यम से निम्नलिखित बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया है : – संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) क्या है, आईएएस को स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया‘ क्यों कहा जाता है?  सिविल सर्विस क्या है,सिविल सर्विस का इतिहास, अखिल भारतीय सेवा ,आईएएस बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता, आईएएस ऑफिसर की सैलरी, आईएएस में चयन कैसे होता है, आईएएस परीक्षा का सेलेबस/पाठ्यक्रम, UPSC साक्षात्कार (इटरव्यू), लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में आईएएस अधिकारियों का प्रशिक्षण आदि। 

IAS Officer को स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया क्यों कहा जाता है? 

आईएएस ऑफिसर का पद स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। भारत सरकार की नीतियों, जन कल्याणकारी योजनाओं, सुशसान एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं लागू करना एवं इसे देश को विकास के पाठ पर ले जाने की ज़िम्मेदारी आईएएस ऑफिसर की होती है। 

 21 अप्रैल, 1947 स्वतंत्र भारत के सिविल सेवकों के पहले बैच को संबोधित करते हुए आदरणीय सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सिविल सेवकों को स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया‘ कहा था।  

Civil Service Day -लोक सेवा दिवस:

चूंकि 21 अप्रैल के ही दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने  सिविल सेवकों को संबोधित करते हुए  स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया‘ कहा था इसीलिए प्रतिवर्ष 21 अप्रैल को Civil Service Day – लोक सेवा दिवस मनाया जाता है। 

UPSC-संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा :  

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के अनुसार केंद्र सरकार के लिए संघ लोक सेवा आयोग और भारत के राज्यों के लिए अलग -अलग लोक सेवा आयोग (PSC)  के गठन का प्रावधान है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को भारतीय संविधान में संवैधानिक दर्जा दिया गया है।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 से 323 तक आयोग के संबंध में व्यवस्था दी गयी है। केंद्र सरकार के भर्ती संबंधी मामलों में यह केंद्रीकृत एजेंसी है।  संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) आईएएस सहित  कुशल प्रशासकों की नियुक्ति के लिए सिविल सर्विस की परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित करता है।

इसके अलावा भी अन्य ग्रुप ए सेवाओं की भर्ती के लिए भी समय -समय पर विज्ञापन जारी करता है। आयोग मुख्यतः अधिकारी पद की ही भर्ती करता है। 

इंडियन सिविल सर्विस : भारतीय प्रशासनिक सेवा

जैसा कि हम जानते हैं कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) बनने के लिए सिविल सर्विस की परीक्षा देनी पड़ती है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) कुशल प्रशासकों की नियुक्ति के लिए सिविल सर्विस की परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित करता है।  भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अलावा इस परीक्षा के माध्यम से निम्नलिखित सेवाओं में भी उम्मदीवार अपना करियर बना सकते हैं :

All India Service-अखिल भारतीय सेवा

भारत में कुल 3 All India Service है 

  1. Indian Administrative Sevice -IAS
  2. Indian Police Service -IPS
  3. Indian Forest Service -IFS

इन सेवाओं में चयनित उम्मीदवार को राज्यों में सेवा करनी पड़ती है, जबकि अधिकारियों की भर्ती केंद्र सरकार द्वारा की जाती है।  All India Service की श्रेणी में Indian Foreign Service शामिल नहीं है।  

अन्य ग्रुप ‘, केंद्रीय सेवाएं जैसे

भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा, भारतीय सिविल लेखा सेवा, इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस, भारतीय रक्षा लेखा सेवा, भारतीय रक्षा संपदा सेवा, भारतीय सूचना सेवाजूनियर ग्रेड, भारतीय डाक सेवा, समूह ‘ भारतीय पी एंड टी लेखा और वित्त सेवा, भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा, भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर), भारतीय राजस्व सेवा (आयकर), इंडियन ट्रेड सर्विस, आदि में इस परीक्षा के माध्यम से करियर बनाया जा सकता है। 

जानें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में कैसे जाएँ? (IAS Officer kaise bane)
इमेज स्रोत Canva

सिविल सर्विस का इतिहास : भारतीय प्रशासनिक सेवा

भारत सिविल सेवा का इतिहास भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के स्थापना के साथ शुरू हो जाता है। उस समय सिविल सेवकों का कंपनी डाइरेक्टर द्वारा नामित किया जाता था। नामित अधिकारी को लंदन में प्रशिक्षण हेतु भेजा जाता था एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उनकी तैनाती भारत में की जाती थी।

बाद में ब्रिटिश सरकार ने आधुनिक सिविल सेवा की शुरुआत किया एवं सिविल सेवकों के चयन के लिए मेरीट आधारित प्राणाली, लंदन में एक सिविल सेवा आयोग की स्थापना की गयी। प्रारंभ मेंभारतीय सिविल सेवा की परीक्षाएँ केवल लंदन में आयोजित की जाती थीं। 

1922 से भारतीय सिविल सेवकों की परीक्षाएं भारत में होने लगी। ब्रिटिश काल में पहले बार सिविल सर्विस की परीक्षा पास करने वाले सत्येंद्र नाथ टैगोर थे।  बाद में सुभाष चंद्र बोस सहित अन्य कई भारतीय को भी इस परीक्षा में सफलता मिली।  

स्वतंत्र भारत में सिविल सेवाओं की गरिमा एवं स्थापना के लिए सरदार बल्लभ भाई पटेल की महतूपूर्ण भूमिका रही।

आईएएसऑफिसर बनने के लिए शैक्षणिक योगयता

आईएएस ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी स्ट्रीम से स्नातक (Graduate) की डिग्री होना आवश्यक है।

आईएएस ऑफिसर बनने के लिए उम्र सीमा : 21 से 32 वर्ष तक, ओबीसी के लिए 3 वर्ष
तक की छूट
, एससी/एसटी उम्मीदवार के उम्र सीमा में 5 वर्ष की छूट।

NO. Of Attempts प्रयासों की संख्या

परीक्षा में बैठने वाले विभिन्न श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या सीमित है। प्रयासों की संख्या का तात्पर्य परीक्षा में उपस्थित होने की संख्या से है जो कि इस प्रकार है: –

सामान्य श्रेणी : 6 प्रयास, ईडब्ल्यूएस/ओबीसी -9 प्रयास, एससी/एसटी- असीमित

UPSC साक्षात्कार (इटरव्यू)

मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवार का UPSC बोर्ड द्वारा साक्षात्कार लिया जाता है।  साक्षात्कार का उद्देशय यह होता है कि उम्मीदवार की लोकसेवा में करियर के लिए की व्यक्तिगत उपयुक्तता उपयुक्तता की जांच हो सके. इसके अलावा वर्तमान घटनाक्रम में उम्मीदवार की रुचि, नेतृत्व की क्षमता, नैतिकता, मानसिक क्षमता, आदि की जांच की जाती है।

 IAS मेरिट लिस्ट

मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार (इटरव्यू) में सफल उम्मीदवारों का UPSC मेरिट लिस्ट प्रकाशित करता है। पदों की रिक्तियों के अनुसार सफल उम्मीदवारों को IAS का पद प्राप्त होता है जबकि अन्य सफल उम्मीदवारों को अन्य केंद्रीय सेवाओं में चयन किया जाता है।

IAS Hierarchy 

 सब डिवीज़नल मैजिस्ट्रेट
एडिसनल डिस्ट्रिक मैजिस्ट्रेट
डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट/डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर
डिवीज़नल कलेक्टर / सचिव /संयुक्त सचिव
राज्य में प्रधान सचिव या अतिरिक्त सचिव
राज्य या केंद्र में मुख्य सचिव के पद पर
काबिनेट सचिव (यह सर्वोच्च पद है)

आईएएस पदस्थापना  राज्य एवं केंद्र सरकार में अलग -अलग होती है।

IAS Officer Salary 

प्रोबसनरी आईएएस अधिकारियों की सेलरी 7वें वेतन आयोग के अनुसार Level -10 में निर्धारित की है जो पदोन्नत होने पर बढ़ती जाती है एवं लेवल 18 तक जाती है। लेवल 10 में बेसिक सैलरी रू 56100 है, जबकि लेवल 18 में बेसिक सलरी रू 250000  है।
ये सिर्फ बेसिक सेलरी है। इसके अलावा डीए, एचआरए, ट्रांसपोर्ट अलाउंस एवं अन्य भत्ते  भी निर्धारित प्रतिशत में बेसिक सलरी के साथ दिए जाते है। इसके अलावा अन्य  सुविधाएं भी दिए जाते हैं। 
 

IAS Officer के लिए LBSNAA-लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण

सभी नवनियुक्त आईएएस अधिकारियों को LBSNAA-लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में 2 वर्ष का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि वे अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से पूर्ण करने में सक्षम हो।  

आईएएस का पद प्राप्त कर लेने पर भी इस पद पर कार्य करना एवं ज़िम्मेदारी अत्यंत विस्तृत एवं चुनौतियों से भरा होता है। पद पर कार्यरत अधिकारीगण अत्यंत व्यस्त रहते हैं। 

 नोट: कृपया नोट करें कि उपर्युक्त आलेख पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें। नवीनतम जानकारी के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रतिवर्ष जारी होने वाली  सिविल सर्विस परीक्षा संबंधी विज्ञापन अवश्य देंखे। 

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