Good Friday : जानें गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है? गुड फ्राइडे की तिथि, इतिहास, परंपरा एवं महत्व, रीतिरिवाज

0
264
Good Friday : जानें गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है? गुड फ्राइडे की तिथि, इतिहास, परंपरा एवं महत्व, रीतिरिवाज

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है : गुड फ्राइडे (Good Friday) वैश्विक स्तर पर मनाया जाने वाला ईसाई धर्म का एक बड़ा धार्मिक पर्व एवं त्योहार है। ईसा मसीह ने लोगों के दुःख एवं कष्ट को दूर करने के लिए इस धरती पर जन्म लिया एवं मानवता के भलाई के लिए अनेकों कष्ट सहे एवं अपना जीवन क़ुर्बान कर दिया। 

ईसा मसीह के बलिदान एवं कष्ट को याद करते हुए इस दिन को ईसाई धर्म के लोग गुड फ़्राइडे के रूप में मनााते हैं। आइए जानते हैं- गुड़ फ्राइडे (Good Friday) की तिथि, इतिहास एवं महत्व, रीतिरिवाज (Good friday: Date, history, significance and rituals) आदि सब कुछ।

Table of Contents

गुड फ्राइडे क्या है?

त्योहार का नाम एवं धर्म गुड फ्राइडे (Good Friday), ईसाई धर्म का पवित्र त्योहार
गुड फ्राइडे का महत्व एवं मनाए जाने का कारण मानवता को पाप से मुक्त करने के लिए, ईसा मसीह की मृत्यु एवं पुनः जीवित होने के कारण
गुड फ्राइडे कैसे मनाया जाता है? उपवास, प्रार्थना, शोक, चिंतन, जुलूस, दीन-दुखियों की सहायता एवं दान
तिथि एवं दिन शुक्रवार, अर्थात फ्राइडे से शुरू होकर उसके 2 दिन बाद ईस्टर संडे (Easter Sunday)
Easter Triduumफ्राइडे से शुरू होकर ईस्टर संडे (Easter Sunday) तक
Crucificationईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने की घटना को
सूली का स्थान जेरुसलम के गोलागाथा/ कवलारी नामक स्थान पर
Crucification तिथि शुक्रवार के दिन ही ईसा पूर्व 30 के आसपास
Resurrection Dayगुड फ्राइडे के दो दिन बाद रविवार को ईस्टर संडे के दिन प्रभु के पुनःजीवित होने की घटना को
ईस्टर संडेप्रभु के पुनःजीवित होने का दिन
ईसा मसीह को क्रूस पर लटकाने वाला राजा का नाम रोमन सम्राट पौंटीयस
पवित्र पुस्तक का नाम बाइबिल : ओल्ड टेस्टामेंट और न्यू टेस्टामेंट। 
 
 
 
गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है? (why is Good Friday celebrated in hindi)

गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म में शोकदिवस एवं ईसा मसीह के बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह को सूली पर लटका दिया था।  इसीलिए इस दिन को होली फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे एवं ब्लैक फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है। 

गुड फ्राइडे तीन दिनों तक मनाया जाता है जिसे ईसाई धर्म में Easter Triduum कहा जाता है, यह फ्राइडे डे से शुरू होकर रविवार अर्थात ईस्टर संडे को समाप्त होता है। 

वर्ष 2024, 2025 एवं 2026 में गुड़ फ्राइडे कब है?  गुड फ्राइडे कब मनाया जाता है? 

गुड फ्राइडे की कोई निश्चित तिथि नहीं होती है, यह प्रतिवर्ष बदलती रहती है, हालांकि यह तय है कि गुड फ्राइडे प्रतिवर्ष शुक्रवार के दिन ही मनाया जाता है। यह ईस्टर संडे से पहले शुक्रवार को मनाया जाता है। विश्व के कई देशों में गुड फ्राइडे की तिथि का निर्धारण ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार होता है तो कई देशों में जूलियन कैलेंडर के आधार पर किया जाता है।  

गुड़ फ्राइडे की तिथि (Good Friday date)

वर्ष 2024 में गुड फ्राइडे कब मनाया जाएगा – 

29 मार्च, 2024 

वर्ष 2025 में गुड फ्राइडे कब मनाया जाएगा – 

18 अप्रैल, 2025 

वर्ष 2026 में गुड फ्राइडे कब मनाया जाएगा – 

अप्रैल, 2026 

गुड फ्राइडे का मतलब क्या होता है? (Why was the day named as Good Friday?)

ईसाई धर्म के अनुसार फ्राइडे अर्थात शुक्रवार के दिन ही ईसा पूर्व 30 के आसपास ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया था।  ईसा मसीह ने इस दिन मानव समाज एवं उसकी भलाई, के लिए अपना बलिदान दिया। इसीलिए इस दिन को  गुड फ्राइडे कहा जाता है। यह भी मान्यता है कि  “गुड फ्राइडे” शब्द की उत्पत्ति “God’s Friday” शब्द से हुई है।  

चूंकि गुड फ्राइडे  ईस्टर संडे से पहले शुक्रवार को मनाया जाता है। अतः गुड फ्राइडे के साथ ईस्टर संडे को भी समझना आवश्यक है। 

गुड फ्राइडे का इतिहास (Good Friday history in Hindi/Good Friday ka itihas aur mahtva)

गुड फ्राइडे का इतिहास लगभग 2,000 साल पहले का है जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाकर मौत की सजा दी गई थी। गुड फ्राइडे का इतिहास ईसा मसीह, ईसाई धर्म एवं ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाने की घटनाओं से जुड़ा हुआ है। ईसा मसीह के जीवन का संक्षिप्त परिचय यहाँ  दिया गया है। 

माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म रोमन प्रांत के बेथलहम में 4 ईसा पूर्व के आसपास हुआ था। माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म कई चमत्कारी घटनाओं के साथ हुआ था। बाइबिल के अनुसार, ईसा मसीह के माता का नाम मरियम था और पिता का नाम यूसुफ था। उनके पिता पेशे से बढ़ई थे।
 
Good Friday : जानें गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है? गुड फ्राइडे की तिथि, इतिहास, परंपरा एवं  महत्व, रीतिरिवाज
canva

Crucification क्या है?  

ईसा मसीह के मानवतावादी विचार, समाज में प्रचलित कुप्रथाओं एवं बुराइयों की आलोचना, उस समय के धर्म के पाखंडी गुरुओं एवं शासकों को अच्छा नहीं लगा। वे ईसा मसीह को विद्रोही मानने लगे। उस समय अधिकतर विद्रोहियों को क्रूस पर लटकाकर मरने के लिए छोड़ दिया जाता था। उस समय क्रूस पर लटकाकर मौत की सजा अत्यंत क्रूर सजा मानी जाती थी। इसमें व्यक्ति के हाथ – पैर में कीलें मारकर लकड़ी के क्रॉस से बांध दिया जाता था और मरने के लिए छोड़ दिया जाता था।
 
ईसाई धर्म के अनुसार फ्राइडे अर्थात शुक्रवार के दिन ही ईसा पूर्व 30 के आसपास जेरुसलम के बाहर कुछ दूरी गोलागाथा/ कवलारी नामक स्थान पर ईसा मसीह को  क्रूस पर चढ़ा दिया गया था। ईसा चरित के अनुसार शुक्रवार के दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। कहा जाता है कि जिस दिन ईसा मसीह को  सूली पर चढ़ाया गया था, उस दिन कई अलौकिक घटनाएं हुईं, जैसे कि पूरे पृथ्वी पर अंधेरा छा जाना, भूकंप की घटनाएँ आदि। 

ईसा मसीह को क्रूस पर लटकाने वाला रोमन सम्राट पौंटीयस था। मृत्यु के बाद, यीशु के शरीर को क्रूस से नीचे उतारा गया और पास की ही एक कब्र में दफना दिया गया। तीन दिन बाद, अर्थात रविवार – ईस्टर संडे  को, ईसा मसीह  के अनुयायियों ने पाया कि उसकी कब्र खाली थी, ईश्वर पुत्र ईसा मसीह जीवित हो उठे थे। इस पुनः जीवित होने की घटना को Resurrection के रूप में जाना जाता है। पूरे विश्व में ईसा मसीह के जीवित होने की घटना को ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाता है। 

ईस्टर संडे (Easter Sunday) क्या है?

ईस्टर संडे (Easter Sunday) सबसे महत्वपूर्ण और सबसे पुराना त्योहार है। गुड फ्राइडे के दो दिन बाद रविवार को ईस्टर संडे आता  है जिसे ईस्टर संडे (Easter Sunday) या ईस्टर डे के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि गुड फ्राइडे को ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था एवं उसके बाद उन्हें कब्र में दफनाया गया था। उसके बाद की जो घटनाएँ घटी, वो किसी चमत्कार से कम नहीं।  

Resurrection Day

गुड फ्राइडे के दो दिन बाद रविवार को ईस्टर संडे के दिन आम जनों के प्रिय ईसा मसीह जीवित हो उठे थे एवं उन्होने अपने अनुयायियों को अपना संदेश दिया। इस प्रकार ईसा मसीह ने अपने ईश्वर होने का प्रमाण भी दिया। प्रभु ईसा मसीह की मृत्यु से पूरा विश्व दुखी था, उनके पुनः जीवित होने से पूरे विश्व में सकारात्मक संदेश गया कि आशा की किरण अभी भी बाकी है। 

वास्तव में यह दिन ईसा मसीह के पुनरुत्थान के दिन के रूप में मनाया जाता है।  ईस्टर दुनिया भर में विभिन्न ईसाई संप्रदायों द्वारा विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है, इस दौरान लोग चर्च में जाते हैं, ईस्टर की बधाई और अन्य उपहार देते हैं। 

 

ईसा मसीह एवं ईसाई धर्म  : 

ईसाई धर्म एक ऐसा धर्म है जो ईसा मसीह के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित है और उनकी शिक्षाएँ इतनी सशक्त एवं प्रबल थी कि पूरा विश्व तेजी से ईसाईयत की ओर आकृष्ट होने लगा एवं  ईसा  मसीह की  शिक्षाओं को अपनाने लगे। इस प्रकार आज के युग में ईसाई धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन गया, जिसके दुनिया भर में 2.5 अरब से अधिक अनुयायी हैं। ईसा मासीह के प्रेम, क्षमा, एक दूसरे कि सहायता करना और मनुष्य की भलाई के संदेश ने पूरे विश्व इतिहास को प्रभावित किया ।

ईसाई धर्म के कई अलग-अलग संप्रदाय हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी मान्यताएं और प्रथाएं हैं। कुछ प्रमुख संप्रदायों में कैथोलिक धर्म, प्रोटेस्टेंटवाद और ऑर्थोडॉक्स शामिल हैं। इन विभिन्न संप्रदायों का अपना अलग ही इतिहास, परंपराएं  हैं, लेकिन वे सभी मानते है कि यीशु अर्थात ईसामसीह ईश्वर के पुत्र और मानवता के उद्धारकर्ता थे और ईश्वर ने  मानव जाति को पाप से मुक्ति  के लिए ईसामसीह को पृथ्वी पर भेजा था। 

इस प्रकार  ईसाई धर्म दुनिया का एक महत्वपूर्ण धर्म बना। इसकी शिक्षाएं लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं और उनका मार्गदर्शन करती हैं।

बाइबिल-ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक 

ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक बाइबिल है। बाइबिल ईसा मसीह के विचारों से संबंधित पवित्र ग्रंथों का एक संग्रह है जिसे दो भागों में बांटा गया है: : ओल्ड टेस्टामेंट और न्यू टेस्टामेंट। 

न्यू टेस्टामेंट में वे पुस्तकें शामिल हैं जो ईसा मसीह के जन्म के बाद लिखी गई थीं, जो यीशु के जीवन और शिक्षाओं की कहानी बताते हैं, साथ ही शुरुआती ईसाई धर्म गुरुओं द्वारा विभिन्न समुदायों को लिखे गए पत्र भी हैं।

ओल्ड टेस्टामेंट यहूदी लोगों और परमेश्वर के साथ उनके संबंधों की कहानी है जो यीशु मसीह के जन्म से पहले लिखी गई थीं, और इसमें यहूदी शास्त्र, ईश्वर द्वारा ब्रह्मांड की उत्पति, यहूदियों का इतिहास आदि है।   

बाइबिल में लिखे गए शब्दों को ईश्वर  प्रेरित शब्द माना जाता है, और ईसाई धर्म की सभी मान्यताओं और प्रथाओं का स्रोत है, जिसका कई अलग-अलग भाषाओं में अनुवाद किया गया है। इसकी शिक्षाएं लाखों करोड़ों लोगों के मार्गदर्शन का स्रोत रही हैं, और प्रेम, क्षमा और मुक्ति के इसके संदेश आज भी जीवन को प्रेरित करते हैं।

प्रभु ईसा मसीह की शिक्षाएँ (Teachings of Lord Jesus Christ)

जनश्रुतियाँ कहती हैं कि ईसा मसीह ने अपने चमत्कार से लोगों को उनके दुख एवं पीड़ा से मुक्ति देते थे, रोगियों को रोग से मुक्ति प्रदान करते, सभी को प्रेम, क्षमा एवं त्याग जैसे  एवं लोग इसिलिए ईसा मसीह को ईश्वर का पुत्र मानने लगे और उन्होने पूरी दुनिया में मनुष्य की भलाई, प्रेम, क्षमा एवं मानवतावाद का संदेश दिया। 

  1. ईसा मसीह ने हमे यह शिक्षा दी  कि हमें एक दूसरे के प्रति प्रेम की भावना रखनी चाहिए एवं हमें दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा हम अपने लिए चाहते हैं।
  2. ईसा मसीह ने संदेश दिया  कि हमें दूसरों को क्षमा करना चाहिए, भले ही उन्होंने हमारे साथ गलत किया हो। उन्होंने सिखाया कि क्षमा ईश्वर के साथ हमारे संबंधों को अटूट बनाता है।
  3. दूसरों की आलोचना करने के बजाय हमें अपने दोषों पर ध्यान देना चाहिए।
  4. हमें हमेशा विनम्रता से पेश आना चाहिए और अपने अच्छे कार्यों के लिए प्रशंसा की आशा नहीं करना चाहिए।
  5. हमें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ईश्वर पर भरोसा करना चाहिए।
  6. हमें दूसरों की सेवा करनी चाहिए और दूसरों की सेवा करना परमेश्वर की सेवा है। 
  7. हमें दूसरों की ज़रूरतों को अपनी ज़रूरतों से पहले रखना चाहिए, और सच्ची महानता दूसरों की सेवा करने से आती है। 
  8. यीशु ने सीख दी  कि हमें अपने शत्रुओं से प्रेम करना चाहिए, और उनकी बुराइयों को दूर करने के लिए उनके लिए प्रार्थना करनी चाहिए।   
  9.  सच्चे प्रेम में त्याग शामिल है, और हमें दूसरों के लिए अपने हितों और इच्छाओं को छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। 
  10. मुशकील से मुशकील घड़ी एवं निराशा के बीच भी आशा की किरण  हमेशा बनी रहती है। उसने अपने अनुयायियों को परमेश्वर पर पूर्ण आशा एवम विश्वास रखने की सीख दी. 
  11.   ईसा मसीह ने हमें सीख दी कि हमें शब्दों का चयन में सावधानी बरतनी है, हमें हमेशा सत्य, प्रेम एवम सद्भाव की भाषा बोलनी चाहिए.  

यीशु की ये शिक्षाएँ आज भी हमें प्रेरित करती हैं एवं दूसरों की सेवा करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा देती हैं।

गुड फ्राइडे कैसे मनाया जाता है -गुड फ्राइडे रीति-रिवाज और परंपराएं

गुड फ्राइडे दुनिया भर के ईसाइयों द्वारा विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है।  विदेशों में  इस दिन सभी की छुट्टी रहती  है एवं व्यवसाय और स्कूल बंद रहते हैं। उदाहरण के लिए ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और कई अन्य देशों में इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है।  गुड फ्राइडे के दिन निम्नलिखित रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है-

उपवास (Fasting) – गुड फ्राइडे के दिन उपवास रखा जाता है और लोग चर्च सेवाओं में भाग लेते हैं। इस दिन ईसा मसीह  के बलिदान याद करते हैं। गुड फ्राइडे का अनुपालन 40 दिन पहले ही शुरू हो जाता है। 

प्रार्थना (Prayer):  प्रार्थना परमेश्वर से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण उपाय  है और हमें नियमित रूप से प्रार्थना करनी चाहिए। चर्च की साज-सजावट की जाती है, अतः इस दिन लोग काले रंग के कपड़े पहने हुए चर्च में प्रार्थना करते हैं एवं अपने द्वारा किए गए गलतियों एवं गुनाहों की माफी मांगते हैं। 

जुलूस-चूंकि यह धार्मिक अनुष्ठान का दिन है, इस दिन धार्मिक जुलूसों में लोग भाग लेते हैं। गुड फ्राइडे पर लोग सादा भोजन करते हैं तथा मांसाहारी भोजन से दूर रहते है। 

शोक और चिंतन : गुड फ्राइडे दुनिया भर के ईसाइयों के लिए शोक और चिंतन का एक पवित्र दिन है। इस दिन लोग ईसा  मसीह के बलिदान को याद करते हुए शोक और चिंतन करते है। इस दिन लोग ईसा मसीह द्वारा बाताए गए मार्गों पर चलने की प्रेरणा लेते हैं। 

दीन-दुखियों की सहायता एवं दान करना:  इस दिन  पीड़ित या जरूरतमंद  के प्रति दया और सहानुभूति की भावना रखते हुए दान दिया जाता है।

गुड फ्राइडे का महत्व-Significance of Good Friday

गुड फ्राइडे के महत्व को कई तरह से समझा जा सकता है:-

गुड फ्राइडे दुनिया भर के ईसाइयों के लिए एक पवित्र और शुभ दिन है। ऐसा माना जाता है कि यीशु मानवता को पाप से बचाने और हमें ईश्वर से मिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुती दी। कहा जाता है कि सभी मनुष्य अपने अवगुणों के साथ जन्म लेते हैं, और यह अवगुण हमें ईश्वर से अलग करता है।

गुड फ्राइडे में निराशा नहीं आशा की किरण है। बाइबिल के अनुसार, सूली पर चढ़ाए जाने के तीसरे दिन ईसा मसीह जीवित हो उठे थे। यह घटना ईस्टर रविवार को मनाई जाती है और इसे मृत्यु पर जीवन की अंतिम विजय के संकेत के रूप में देखा जाता है।

गुड फ्राइडे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस दिन मानव समाज को पाप से बचाने के लिए ईसा मसीह ने अपना बलिदान दे दिया था। गुड फ्राइडे के दिन ईसाइयों के लिए शोक एवं चिंतन का दिवस है इस दिन यीशु के बलिदान पर चिंतन करने और उनकी पीड़ा और मृत्यु को याद किया जाता है। बाइबिल के अनुसार अपने मृत्यु के समय इसा मसीह ने सभी को क्षमा करते हुए कहा था – 

‘ हे ईश्वर इन्हें क्षमा कर दो ये नहीं जानते इन्होंने क्या किया है। ‘

गुड फ्राइडे के संबंध में सबसे बड़ी बात यह है कि यह वैश्विक त्योहार है। गुड फ्राइडे का महत्व इसीलिए और ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि यह ईश्वर के प्रति आस्था, भक्ति, उपवास और प्रार्थना का दिन है। इस दिन ईसामसीह के बलिदान, उनकी मृत्यु और उनके पुनः जीवित होने की घटना को याद किया जाता है। इस दिन बाइबिल का पठन -पाठन भी किया जाता हैं।

इन त्योहारों को भी जानें : महाशिवरात्रि : जानिए महाशिवरात्रि का महत्व और पूजा विधि

गुड़ फ्राइडे  के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न -Frequently asked questions regarding Good Friday :-

Q-गुड फ्राइडे कब मनाया जाता है? 

A-गुड़ फ्राइडे की कोई निश्चित तिथि नहीं होती है, यह प्रतिवर्ष बदलती रहती है, हालांकि यह तय है कि गुड़ फ्राइडे प्रतिवर्ष शुक्रवार के दिन ही मनाया जाता है। यह ईस्टर संडे से पहले शुक्रवार को मनाया जाता है। वर्ष 2023 में गुड़ फ्राइडे 7 अप्रैल, 2023 को मनाया गया।

Q-क्या गुड फ्राइडे एक धार्मिक त्योहार है?

A-गुड फ्राइडे ईसाई धर्म का एक धार्मिक त्योहार है।

Q-क्या गुड फ्राइडे और ईस्टर एक ही है?

A-गुड फ्राइडे और ईस्टर दोनों अलग -अलग दिन मनाया जाता है।  गुड फ्राइडे को ईसा मसीह की मृत्यु हुई जबकि तीन दिन बाद ईस्टर डे को ईसा मसीह जीवित हो उठे थे। 

Q-गुड फ्राइडे के बाद क्या होता है?

A-गुड फ्राइडे के बाद ईस्टर डे आता है।  ईस्टर डे को ईसा मसीह जीवित हो उठे थे। 

Q-गुड फ्राइडे का सही अर्थ क्या है?

 
A-गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया था इसीलिए गुड फ्राइडे का सही अर्थ बलिदान दिवस के रूप में लिया जा सकता है। 

Q-गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है?

A-ईसा मसीह के बलिदान एवं कष्ट को याद करते हुए इस दिन को ईसाई धर्म के लोग गुड फ़्राइडे के रूप में मनाते हैं। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here