Darjeeling Hill Station In Hindi: दार्जिलिंग जिसे क्वीन ऑफ़ हिल्स के नाम से जाना जाता है. प्रकृति की खूबसूरत वादियों में स्थित दार्जिलिंग में घूमने के लिए कई बेहतरीन डेस्टिनेशन है। भारत के प्रमुख पर्यटक स्थलों में दार्जिलिंग का नाम शुमार है। देवदार के पेड़ों तथा चाय की पत्तियों से घिरा दार्जिलिंग शहर की ख़ूबसूरती देख आप मंत्र मुग्ध हो जाएँगे तथा दार्जिलिंग की ऊँची चोटियों से शहर का दीदार करना काफी मनोरंजक होता है।
भीड़-भाड़ तथा शोर-गुल जैसे इलाक़ों से बाहर यदि आप अपने जिंदगी के कुछ पल सुकून से बिताना चाहते है तो इस बार आप ऐसी जगह घूमने का प्लान बनाइए। जहाँ आपको सुकून भी मिले और सुकून के साथ-साथ पॉल्यूशन से छुटकारा भी। इस बार आप दिल्ली या मुंबई नहीं बलकी सुकून का पल बिताने के लिए पश्चिम बंगाल में स्थित दार्जिलिंग शहर का ट्रिप बनाए। दार्जिलिंग बेहद ही खूबसूरत हिल स्टेशन है तथा यहाँ की खूबसूरत वादियाँ सैलानियों का दिल जीत लेती है। इन खूबसूरत डेस्टिनेशन तथा हिल स्टेशन की वजह से दार्जिलिंग शहर को पहाड़ों की रानी कहा जाता है।
हिमालय के शिवालिक पर्वत शृखंला में स्थित दार्जिलिंग 6,709 फिट की ऊँचाई पर है। ऊँची-ऊँची पहाड़े, चाय की खूबसूरत बाग़ान, टाइगर हिल, बतासिया लूप, टॉय ट्रेन जैसी खूबसूरत डेस्टिनेशन के लिए दार्जिलिंग शहर पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय स्थान है। आप अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ दार्जिलिंग शहर का रुख़ कर सकते है। खास कर शादी से बंधे न्यू कपल दार्जिलिंग में अपने यादगार पल को बिताने के लिए यहाँ आते है।

दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल के टॉप हिल स्टेशनों में से एक है। यहाँ चाय का बाग़ान बेहद मशहूर तथा लोकप्रिय है। पर्यटक लौटते समय अपने साथ दार्जिलिंग चाय जरुर लेकर जाते है। तो चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम दार्जिलिंग के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में जानते है।
कुदरत के बेहद क़रीब:
दार्जिलिंग पहुँचते ही आप प्रकृति तथा कुदरत के बेहद ही क़रीब महसूस करेंगे तथा यहाँ से आपको बादलों से घिरे पहाड़, चाय का बाग़ान आदि खूबसूरत व्यू देखने को मिलते है। दार्जिलिंग का मौसम काफी सुहावना होता है, जो आपको प्रकृति के क़रीब लाता है।
Darjeeling Hill Station In Hindi: दार्जिलिंग में घूमने के लिए 10 प्रमुख दर्शनीय स्थल
सिलीगुड़ी:
दार्जिलिंग के सबसे फेमस तथा लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक सिलीगुडी है। सिलीगुडी चाय के बाग़ानों के लिए काफी प्रसिद्ध है। हिमालय के तलहटी पर तथा महानंदा नदी के तट पर स्थित सिलीगुडी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है तथा यहाँ से खूबसूरत पहाड़ों का नजारा आपको मंत्र मुग्ध कर देने वाला है।

सिलीगुडी, दार्जिलिंग से लगभग 80 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। सिलीगुडी से कंचनजंगा पर्वतमाला का दीदार करना काफी शानदार होता है। इसके साथ ही साथ सिलीगुडी के पास में ही इस्कॉन मंदिर है और इस मंदिर की भव्यता काफी आकर्षक है। पर्यटक, इस्कॉन मंदिर में पूजा करने तथा भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहाँ आते है।
टाइगर हिल:
दार्जिलिंग में स्थित टाइगर हिल घूमने के लिए सबसे बेस्ट स्थान है। 8442 फीट की ऊँचाई पर स्थित टाइगर हिल की ख़ूबसूरती आपके मन को मोह लेने वाली है। खास कर टाइगर हिल से उगते सूरज यानि सन राइज़ का व्यू देखना काफी मनमोहक होता है।

पहाड़ों के बीच उगता सूरज और इन सूरज की लालिमा टाइगर हिल के चारों ओर बिखरा होता है तथा सुबह 4 बजे से ही पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है और इस दौरान यहाँ पर काफी भिड़ उमड़ती है। इसलिए टाइगर हिल पर्यटकों का पसंदीदा हिल स्टेशन में से एक है।
पद्माजा नायडू जूलॉजिकल पार्क :
दार्जिलिंग में स्थित पद्माजा नायडू जूलॉजिकल पार्क एक चिड़िया घर है तथा यह पार्क जीव-जंतुओ के लिए काफी फेमस है। पद्माजा नायडू जूलॉजिकल पार्क की स्थापना वर्ष 1985 में की गई थी। नायडू जूलॉजिकल पार्क में आपको हिमालयी जानवरों तथा पक्षी देखने को मिलते है जिनमें से नीली भेड़, तीतर पक्षी, भालू, हाथी, तेंदुआ, शेर, हिरन तथा अन्य कई जंगली जानवर यहाँ मौजूद है तथा यह क्षेत्र 67 एकड़ ज़मीन में फैला हुआ है।

आप इस उद्दान में ट्रेकिंग का भी लुत्फ उठा सकते है। राष्ट्रीय उद्दान में घूमने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 100 रुपय का चार्ज लगता है। इसके अलावा आप सफ़ारी की मदद से भी जूलॉजिकल पार्क घूम सकते है। यह पार्क सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
रॉक गार्डेन:
रॉक गार्डेन दार्जिलिंग में दरगाली झील के पास स्थित है तथा यह दार्जिलिंग के मेन सिटी से लगभग 5 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। कपल्स के लिए रॉक गार्डेन काफी बेस्ट जगह है तथा इस गार्डेन को पहाड़ों और चट्टानों को काटकर बनाया गया है। इसलिए यहाँ का रास्ते काफी घुमावदार है। तो आप दार्जिलिंग में स्थित रॉक गार्डेन का सफर करना बिल्कुल न भूले।

रॉक गार्डेन सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक खुला रहता है तथा यहाँ से बालसान घाटी काफी खूबसूरत नजर आती है। अगर आप दार्जिलिंग की ख़ूबसूरती को क़रीब से देखना चाहते है तो रॉक गार्डेन जरुर आए।
हैप्पी वैली:
हैप्पी वैली, दार्जिलिंग के सबसे खूबसूरत घाटी में से एक है तथा इस घाटी को तिब्बती बौद्ध समुदाय का निवास स्थल माना जाता है। चाय के बाग़ानों से घिरा यह वैली काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है तथा इस वैली की हरियाली देख आप मंत्र मुग्ध हो जाएँगे।
हैप्पी वैली के आस-पास क्षेत्रों में चाय के काफी स्टॉल लगे होते है और यहाँ से आपको देसी चाय का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही साथ यह वैली सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक खुला रहता है।
महाकाल मंदिर:
यह दार्जिलिंग के ऊँचे ऑबजवेटरी हिल पर स्थित है, जिसे वेधशाला पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। महाकाल भगवान शिव का सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। महाकाल मंदिर की दर्शन करने के बाद, वेधशाला पहाड़ से दार्जिलिंग शहर का मनोरम काफी आकर्षक है।
महाकाल मंदिर पगोडा शैली से प्रेरित है। जिसमें रंग-बिरंगे झंडे और खूबसूरत पेड़ शामिल है। शिवरात्रि के दौरान महाकाल मंदिर में काफी भिड़ उमड़ती है और भक्त, भगवान शिव के दर्शन के लिए यहाँ आते है। इसके साथ ही साथ महाकाल मंदिर में शिवरात्रि के दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अनुष्टन किए जाते है। महाकाल मंदिर भक्तों के लिए प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।
बतासिया लूप:
बतासिया लूप से कंचनजंघा पर्वत तथा बर्फ़ से ढकी हिमालय की चोटियों का दीदार कर सकते है। बतासिया लूप के आस-पास के क्षेत्रों में टॉय ट्रेन चलती है और यह ट्रेन 1000 फीट की ऊँचाई पर चढ़ती तथा उतरती है इसके अलावा यह टॉय ट्रेन बतासिया लूप के चारों ओर घूमती है। यह क्षेत्र युद्ध स्मारक के लिए प्रसिद्ध है।
इस स्थान को खूबसूरत फूलों से सजाया गया तथा यह स्थान फोटो ग्राफी के लिए प्रसिद्ध है। बतासिया लूप में पर्यटक यहाँ की पारंपरिक आभूषण पहन कर अपने खूबसूरत पलों को तस्वीरों में खिंच कर इसे यादगार बनाते है। इसके अलावा बतासिया लूप में दूरबीन से आप पहाड़ों तथा खूबसूरत घाटियों का नजारा देख सकते है।
बतासिया लूप के आस-पास के क्षेत्रों में कई बाज़ार लगते है और इन बाज़ारों से आप स्वेटर, जैकेट, हैंड बैग, कोट तथा अन्य ऊनी चीजें किफ़ायती दामों में ख़रीद सकते है।
विक्टोरिया वॉटरफ़ॉल :
दार्जिलिंग में स्थित विक्टोरिया वॉटरफ़ॉल पर्यटकों का सबसे खूबसूरत डेस्टिनेशन में से एक है तथा इस वॉटरफ़ॉल की सुंदरता की तारीफ़ पूरे विश्व में की जाती है। यह जगह प्रकृति की ख़ूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। विक्टोरिया वॉटरफ़ॉल में झरनों से गिरते पानी की आवाज़ें तथा यहाँ की वादियाँ आपके दिल को छू जाने वाली है।
रोपवे राइड:
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर दार्जिलिंग शहर को देखने का मज़ा रोपवे राइड से कई गुना बढ़ जाता है। रोपवे राइड से आप दार्जिलिंग के नॉर्थ पॉइंट का व्यू देख सकते है। रोपवे राइड के मदद से आप सिंगला बाज़ार तक जा सकते है जो रमण नदी के पास स्थित है।

रोपवे राइड में यात्रा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 250 रुपय की चार्ज देनी पड़ती है। वहीं बच्चों के लिए 130 रुपय का चार्ज लगता है। रोपवे राइड सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक खुला रहता है तथा इस राइड में बैठने के लिए पूरे छः लोगों की व्यवस्था होती है।
जापानी टेम्पल:
सफेद रंग की इमारत से बना यह टेम्पल दार्जिलिंग में काफी फेमस है। दार्जिलिंग शहर से 10 मिनट की दूरी पर स्थित जापानी टेम्पल, जला पहाड़ की घाटी में है। यह मंदिर सुबह 4 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
मंदिर की स्थापना साल 1972 में निप्पोनजन म्योहोज़ी बौद्ध द्वारा किया गया। जापानी टेम्पल आद्यात्मिक जीवन को बोधित करता है तथा यहाँ आकर आपको काफी शांति और सुकून मिलने वाला है।
कैसे पहुँचे दार्जिलिंग:
दार्जिलिंग पहुँचने के लिए आप टॉय ट्रेन का इस्तेमाल कर सकते है तथा यह टॉय ट्रेन न्यू जलपाई गुडी से शुरू होकर पर्यटकों को दार्जिलिंग पहुँचाती है तथा इस टॉय ट्रेन को ‘दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे’ भी कहा जाता है। टॉय ट्रेन से यात्रा करते समय आप रास्तों में स्थित पहाड़ों का दीदार कर सकते है और इससे आपको रास्ते में खूबसूरत नजारे भी देखने को मिलते है।

टॉय ट्रेन, न्यू जलपाई गुडी से शुरू होती है और सिलीगुडी, कुसेओंग और घूम से होते हुए दार्जिलिंग पहुँचती है।
हवाई जहाज़ द्वारा:
हवाई जहाज़ के माध्यम से भी आप दार्जिलिंग की खूबसूरत घाटियों का दीदार कर सकते है, इसके लिए आपको दार्जिलिंग की नज़दीकी हवाई अड्डा बागडोगरा की टिकट काटनी पड़ेगी तथा बागडोगरा हवाई अड्डे से दार्जिलिंग 65 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है तथा इस हवाई अड्डे पर उतर कर आपको दार्जिलिंग पहुँचने में क़रीब तीन घंटे का समय लगता है। यहाँ से आप टैक्सी या फिर कैब की मदद से दार्जिलिंग आसानी से पहुँच सकते है।
रेलवे यातायात साधन :
रेलवे यातायात के माध्यम से आप कोलकाता में स्थित हावड़ा जक्शन तथा सियालदह स्टेशन से न्यू जलपाईगुडी का टिकट बुक कर आप दार्जिलिंग आसानी से पहुँच सकते है।
सड़क मार्ग द्वारा:
सड़क के माध्यम से आप नेशनल हाइवे 110 से यात्रा करके दार्जिलिंग पहुँचा जा सकता है तथा इस दौरान आप हरे-भरे जंगलों, घुमावदार सड़कें तथा खूबसूरत चाय के बाग़ानों का शानदार दृश्य देख सकते है और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद भी उठा सकते है।
दार्जिलिंग घूमने का बेस्ट समय:
भीषण गर्मियों में अर्थात् अप्रैल से जून का महीना दार्जिलिंग घूमने के लिए सबसे बेस्ट है। क्योंकि पश्चिम बंगाल में जब गर्मी का क़हर छाया रहता है तो दार्जिलिंग का तापमान काफी कम रहता है और ऐसे समय में दार्जिलिंग की ख़ूबसूरती ओर बढ़ जाती है और यहाँ का तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच होता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQ
Q- दार्जिलिंग हिल स्टेशन कौन स स्टेट में है?
A- दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में स्थित है।
Q- दार्जिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय कब है?
A- दार्जिलिंग एक पहाड़ी इलाक़ा है तथा यहाँ पर घूमने के लिए मार्च से जून का महीना सबसे बेस्ट है।
Q- दार्जिलिंग कहाँ स्थित है?
A- दार्जिलिंग, भारत के पूर्वी भाग में तथा पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में स्थित है।
Q- दार्जिलिंग के प्रमुख नदियों का नाम?
A- दार्जिलिंग में बहने वाली प्रमुख नदियाँ तेजस्विनी तथा रंगा नदी है।
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