सीबीआई: जानें CBI ऑफिसर कैसे बनें, CBI का इतिहास, CBI की कार्यप्रणाली एवं शक्तियां आदि (CBI Officer kaise bane)

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CBI Officer बनना (CBI Officer kaise bane) हर भारतीय युवा का एक सपना होता है। किसी भी संगठन या क्षेत्र में कैरियर बनाने से पहले इस संगठन या क्षेत्र की जानकारी होना आवश्यक है। अतः यहाँ सीबीआई जैसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी के बारे में कुछ जानकारी दी जा रही है।
सीबीआई में जूनियर ऑफिसर अर्थात् इंस्पेक्टर के रूप में कैरियर की शुरुआत की जा सकती है। इसके अलावा सीबीआई में आईपीएस अधिकारी के रूप में भी कैरियर बनाया जा सकता है।

सीबीआई ऑफिसर कैसे बनें ? (CBI Officer kaise bane)

CBI Officer kaise bane आलेख में केन्द्रित अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का परिचय, मोटो, इतिहास, सीबीआई की कार्यप्रणाली, एसएससी सीजीएल एवं यूपीएससी, योग्यता, आयु सीमा, शारीरिक योग्यता, कार्य की प्रकृति, सीबीआई में इंस्पेक्टर के रूप में कैरियर भूमिका, सीबीआई में आईपीएस अधिकारी के रूप में कैरियर, सीबीआई अधिकारियों की सैलरी आदि की जानकारी दी गयी है। सर्वप्रथम हम केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के बारे में जानेंगे: –

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI-Central Bureau of Investigation ) का परिचय

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) भारत की प्रमुख जांच एजेंसी है। सीबीआई रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराध, गंभीर अपरोध, बैंक  धोखाधड़ी, सार्वजनिक कंपनियों, संगठित गिरोहों, पेशेवर अपराधियों और अन्य प्रमुख अपराधों से संबंधित मामलों की उच्चस्तरीय जांच करता है।

यह देश के लिए नोडल पुलिस एजेंसी की भूमिका के रूप में इंटरपोल के सदस्य देशों के साथ भी काम करता है। यह भारत सरकार के Ministry of Personnel, Pension & Public Grievances के अंतर्गत कार्य करता है।

सीबीआई का मोटो (CBI’s motto)

सीबीआई का मोटो है- “Industry, Impartiality, Integrity”.

Industry: ये शब्द यह संकेत देता है कि सीबीआई को सौंपे सभी मामलों में सीबीआई अथक परिश्रम एवं समर्पण की भावना से काम करेगा।

Impartiality: ये शब्द यह संकेत देता है कि सीबीआई हरेक मामलों में निष्पक्ष रहेगा एवं किसी के साथ भेदभाव नहीं करता है।

Integrity: ये शब्द यह संकेत देता है कि सीबीआई अपने कार्य में  उच्च नैतिक मूल्यों, ईमानदारी, पारदर्शिता एवं सत्यनिष्ठा को बनाए रखेगा।

CBI Officer kaise bane

CBI Headquarters कहाँ है?

सीबीआई का मुख्यालय केंद्रीय जांच ब्यूरो, प्लॉट नंबर 5-बी, छठी मंजिल, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली – 110003 में स्थित है एवं इसकी देश भर के प्रमुख शहरों में शाखाएं हैं।

History of Central Bureau of Investigation (CBI) केन्द्रिय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का इतिहास

सीबीआई की स्थापना का इतिहास ब्रिटिश काल से जुड़ा हुआ है। उस समय सीबीआई का नाम विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (एसपीई) था।

Special Police Establishment (SPE) विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (एसपीई):

  1. सीबीआई के इतिहास में वर्ष 1941 का विशेष महत्व है। एक ओर उस समय देश में रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराध अपने चरमसीमा पर था। ऐसे अपराधों को रोकने के लिए तत्कालीन सरकार के पास कोई खास व्यवस्था नहीं थी। दूसरी ओर उस समय द्वितीय विश्व युद्ध का दौर चल रहा था।
  2. सीबीआई को शुरुआत में सिर्फ युद्ध और आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने के लिए 1941 में विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (एसपीई) के रूप में स्थापित किया गया था जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान युद्ध से संबंधित खरीद मामलों की जांच के लिए जिम्मेदार था।
  3. लेकिन युद्ध के बाद, सभी सरकारी विभागों को कवर करने के लिए इसके अधिकार क्षेत्र का विस्तार किया गया। बाद में सीबीआई को अधिक शक्तियां देने के लिए दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान अधिनियम में भी संशोधन किया गया।
  4. 1 अप्रैल, 1963 के एक संकल्प द्वरा दिल्ली स्पेशल पुलिस प्रतिष्ठान को बदलकर ‘सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो सीबीआई’ नाम दिया गया एवं इसे वैधानिक दर्जा दिया गया।  इस प्रकार गंभीर मामलों की जांच करने के लिए सीबीआई के रूप में राष्ट्रीय एजेंसी स्थापित की गयी।
  5. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 1963 में अपनी स्थापना के बाद से एक लंबा सफर तय किया है। वर्षों से, इसने देश के कुछ सबसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच और समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इस तरह सीबीआई भारत की न्याय प्रणाली का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना हुआ है।

What does CBI do? सीबीआई की कार्यप्रणाली

  • सीबीआई का प्राथमिक कार्य भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों, धोखाधड़ी और अन्य गम्भीर अपराधों के मामलों की जांच कर अपराधियों को सजा दिलवाना है।
  • हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट विशेष मामलों की जांच-पड़ताल हेतु सीधे सीबीआई को काम सौंप सकती है। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार भी मामलों की जांच-पड़ताल हेतु सीधे सीबीआई को काम सौंपती है।
  • सीबीआई अंतरराष्ट्रीय अपराधों के मामलों की जांच में अंतर्राष्ट्रीय जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करता है।सीबीआई अन्य देशों में अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ आर्थिक अपराधों, आतंकवाद और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराधों से संबंधित मामलों की जांच करने के लिए सहयोग करता है।
  • विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों और अन्य जांच एजेंसियों जैसे जांच तकनीक, फोरेंसिक विज्ञान और कानूनी प्रक्रियाओं के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
  • सीबीआई आर्थिक अपराधों से संबंधित मामलों की जांच के लिए जिम्मेदार है, जैसे कि बैंक धोखाधड़ी, वित्तीय घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग।
  • सीबीआई सरकारी कर्मचारियों, राजनेताओं और नौकरशाहों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करता है। सीबीआई सार्वजनिक ज्वाइंट स्टॉक कंपनियों, सरकारी सेवाओं में सार्वजनिक क्षेत्र के परियोजनाओं और उपक्रमों में भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, गबन के गंभीर मामले पर भी जांच करता है।
  • इसके अलावा पासपोर्ट जालसाजी, फ़ोरेन एक्शचेंज, गोपनीयता अधिनियम एवं डिफेंस एक्ट के कुछ मामले, प्रोफेशनल क्राइम एवं क्रिमिनल से संबंधित गंभीर मामले आदि की भी जांच करता है।

CBI की शक्तियां (Powers of CBI)

भ्रष्टाचार और अन्य प्रमुख अपराधों के मामलों की जांच के लिए सीबीआई को व्यापक शक्तियों के साथ निहित किया गया है। ये शक्तियां इस प्रकार हैं:

  • सीबीआई संदिग्ध व्यक्ति को बिना किसी वारंट के गिरफ्तार कर सकता है ।
  • CBI किसी अपराध से संबंधित दस्तावेजों और संपत्ति को खोज और जब्त कर सकता है।
  • सीबीआई हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ कर सकता है।
  • सीबीआई किसी अपराध से संबंधित मामले में पूछताछ के लिए किसी को भी समन या बुलावा भेज सकता है।
  • यदि आपराधिक गतिविधि का पर्याप्त सबूत है तो सीबीआई किसी व्यक्ति या किसी स्थान पर निगरानी कर सकता है।
  • राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार, हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए विशेष मामलों की जांच-पड़ताल करने के लिए सीबीआई को कार्य भार शौपा जाता है।

सीबीआई की पद संरचना (CBI post hierarchy)

CBI ऑफिसर बनने के बाद सीबीआई में निम्नलिखित कैरियर विकल्प उपलब्ध होते है-

  • निदेशक: सीबीआई के निदेशक सीबीआई के प्रधान होते है एवं निदेशक ही एजेंसी के समग्र कामकाज के लिए जिम्मेदार हैं जिसकी नियुक्ति भारत सरकार द्वारा किया जाता है।
  • विशेष निदेशक: सीबीआई में विशेष निदेशक का पद है जो एजेंसी के समग्र कामकाज में निदेशक की सहायता के लिए जिम्मेदार है। विशेष निदेशक के पास पुलिस महानिदेशक के बराबर एक रैंक है और जिसे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
  • संयुक्त निदेशक: सीबीआई में कई संयुक्त निदेशक के पद हैं जो मामलों की जांच की निगरानी के लिए जिम्मेदार हैं। वे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं और पुलिस के महानिरीक्षक के बराबर रैंक रखते हैं।
  • अतिरिक्त निदेशक: सीबीआई में कई अतिरिक्त निदेशक हैं जो मामलों की जांच की निगरानी में संयुक्त निदेशकों की सहायता करते हैं। वे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं।
  • डिप्टी इंस्पेक्टर-जनरल: सीबीआई में कई डिप्टी इंस्पेक्टर-जनरल हैं जो मामलों की जांच के लिए जिम्मेदार हैं। वे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं और पुलिस अध्यक्ष के बराबर रैंक रखते हैं।
  • वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक: सीबीआई के पास पुलिस के कई वरिष्ठ अधीक्षक हैं जो मामलों की जांच के लिए जिम्मेदार हैं। वे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं ।
  • सब इंस्पेक्टर एवं इंस्पेक्टर: सीबीआई में कई इंस्पेक्टर हैं जो मामलों की जांच के लिए जिम्मेदार हैं। वे भारत सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं और पुलिस के निरीक्षक के बराबर रैंक रखते हैं।

सीबीआई अधिकारियों की वेतन संरचना (CBI Officer salary)

सीबीआई अधिकारियों का वेतन और वेतन संरचना भारत सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। अधिकारी बेसिक वेतन, ग्रेड वेतन और अन्य भत्ते जैसे घर किराया भत्ता, महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता आदि के हकदार हैं। यहां सीबीआई अधिकारियों की वेतन संरचना 7वें वेतन आयोग के अनुसार उनके रैंक के आधार पर दिया जाता है।

पदोन्नति एवं वार्षिक वेतन वृद्धि :

सीबीआई अधिकारी अपने कार्यप्रदर्शन और वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिए पात्र हैं। अधिकारियों को उच्च रैंक में पदोन्नत किया जा सकता है, जिसमें उच्च वेतन और अन्य लाभ मिलता है। पदोन्नति के अलावा, अधिकारी वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए भी पात्र हैं।

सीबीआई में उप निरीक्षक के रूप में कैरियर

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में जूनियर ऑफिसर के रूप निरीक्षकों का चयन किया जाता है जो CBI के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन निरक्षकों की चयन प्रक्रिया एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत कठिन होता है।

CBI भर्ती प्रक्रिया – CBI ऑफिसर बनने के लिए तैयारी कैसे करें/CBI ऑफिसर बनने के लिए परीक्षा कैसे दें

सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) में निरीक्षक के रूप में कैरियर बनाने के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC), भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली संयुक्त स्नातक स्तर (CGL)  परीक्षा को उत्तीर्ण करना होता है।

CBI ऑफिसर बनने के लिए सिलेबस:

यह एक तीन-स्तरीय परीक्षा है, जिसमें प्रारंभिक परीक्षा, एक मुख्य परीक्षा और फिजिकल टेस्ट शामिल हैं। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाते है जो इस प्रकार है-

  1. जनरल इंटेलिजेंस एवं रिजनिंग (तर्कशक्ति)
  2. सामान्य जागरूकता
  3. संख्यात्मक योग्यता
  4. अंग्रेजी एवं कंप्यूटर
  5. कंप्यूटर ज्ञान
कृपया नोट करें कि सीबीआई में उप निरीक्षक पद की परीक्षा में साक्षत्कार नहीं होता है।

Educational criteria to become CBI Officer- सीबीआई ऑफिसर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता:

मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय से स्नातक की डिग्री।

CBI age limit (सीबीआई ऑफिसर बनने के लिए आयु सीमा):

आपका आयु 20 से 30 वर्ष के बीच होना चाहिए। आरक्षित श्रेणियों से संबंधित उम्मीदवारों के लिए आयु में छुट दी गयी है।

भारत में सीबीआई अधिकारी बनने के लिए, आपको कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता है। जो इस प्रकार हैं:

CBI ऑफिसर बनने के लिए फिजिकल फिटनेस :

उम्मीदवारों को शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए जैसे कि ऊंचाई, वजन और आंखों की रोशनी बेहतर हो।

CBI ऑफिसर बनने के लिए कितनी हाइट एवं सीने की चौड़ाई कितनी होनी चाहिए: कर्मचारी चयन आयोग के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो में सब-इंस्पेक्टर के पद के लिए शारीरिक मानक

हाइट – पुरुषों के लिए – 165 सेमी/ महिलाओं के लिए – 150 सेमी. की हाइट अनिवार्य है जिसमें पहाड़ी एवं आदिवासियों को हाइट में छूट : 5 सें.मी. दी गयी है।

छाती : विस्तार के साथ 76 सेमी (महिला उम्मीदवार पर लागू नहीं है)

CBI ऑफिसर बनने के लिए आई साइट कितनी होनी चाहिए:

नेत्र-दृष्टि /आई साइट  : नेत्र-दृष्टि (चश्मे के साथ या बिना चश्मे के)

                  दूर दृष्टि: एक आँख में 6/6 और दूसरी आँख में 6/9

                   एक आँख में निकट दृष्टि 0.6 और दूसरी आँख में 0.8

सीबीआई में निरीक्षक की जॉब प्रोफाइल:

सीबीआई इंस्पेक्टर की प्राथमिक जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उन्हें सौंपे गए मामलों की जांच करना है। इंस्पेक्टर पूरी तरह से जांच करने, रेड या छापे डालना, सबूत इकट्ठा करने, गवाहों और संदिग्धों से पूछताक्ष करने और जांच की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करना है। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी सबूत कानून के अनुपालन में एकत्र किए गए हो और जो अदालत में स्वीकार्य हैं।

सीबीआई में इंस्पेक्टर की भूमिका एजेंसी के कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है। वे जांच के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने, अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय करने और उनकी जांच में वरिष्ठ अधिकारियों की सहायता के लिए भी जिम्मेदार हैं।

CBI में  IPS अधिकारी के रूप में करियर (Career as an IPS officer in CBI)

CBI IPS अधिकारी बनने के लिए, यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) परीक्षा के माध्यम से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की परीक्षा पास करनी होती है।

CBI में  IPS अधिकारी की चयन प्रक्रिया

भारत में CBI में  IPS अधिकारी के रूप में चयन प्रक्रिया में तीन चरण शामिल हैं:

  • प्रारंभिक परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है और इसमें दो पेपर होते हैं – सामान्य अध्ययन और योग्यता परीक्षण।
  • मुख्य परीक्षा: मुख्य परीक्षा भी यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है और इसमें चार पेपर होते हैं – सामान्य अध्ययन I, II, III और IV। इसमें एक निबंध पेपर और एक वैकल्पिक विषय का पेपर भी रहता है।
  • साक्षात्कार: मुख्य परीक्षा सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार में उपस्थित होना पड़ता है।

आईपीएस अधिकारी ही सीबीआई में शीर्ष नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे जटिल मामलों की जांच करने, इनवेस्टिगेटर और सहायक कर्मचारियों की टीम का नेतृत्व और प्रबंधन करते हैं एवं अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय का कार्य करते हैं।

ध्यान दें कि परीक्षा संबंधी अधिक जानकारी के लिए UPSC द्वारा जारी सिविल सर्विस परीक्षा संबंधी विज्ञापन अवश्य देखें।

सीबीआई प्रशिक्षण कार्यक्रम (Training )

सीबीआई अधिकारी बनना भारत में एक प्रतिष्ठित काम है और चयन प्रक्रिया कठोर है। प्रवेश परीक्षा और फिजिकल फिटनेस के बाद, उम्मीदवार सीबीआई अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और यह गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में सीबीआई अकादमी में आयोजित किया जाता है।

सीबीआई अधिकारी बनना एक चुनौतीपूर्ण कैरियर विकल्प है। इसके लिए कड़ी मेहनत, समर्पण भावना से किसी भी फील्ड में सफलता हासिल की जा सकती है। यदि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं तथा साथ ही साथ  चयन प्रक्रिया और प्रशिक्षण से गुजरने के लिए तैयार हैं, तो आप भारत में सीबीआई अधिकारियों की सफल लीग में शामिल हो सकते हैं।

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