Career in Hindi: हिन्दी के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप होने के कारण हिन्दी भाषा में कैरियर के कई अवसर है। हिंदी विश्व में दूसरी सबसे अधिक (चीनी भाषा मैंडारिन के बाद) बोली जाने वाली भाषा है।
अब तक विश्व हिन्दी सम्मेलनों का भारत सहित विश्व के विभिन्न देशों जैसे मॉरीशस, लंदन, अमेरिका, पोर्ट आफ स्पेन, दक्षिण अफ़्रीका तथा सूरीनाम में आयोजन हो चुका है। आज विश्व के अनेक देशों हंगरी, चेकगणराज्य, पोलैंड, चीन, जर्मनी, माँरीशस, भूटान, कजाकिस्तान, अमरीका, दक्षिण अफ़्रीका, मिश्र तथा थाईलैंड आदि देशों में हिन्दी भाषा का अध्ययन-अध्यापन हो रहा है।
Career in Hindi / हिंदी भाषा में रोजगार के अवसर
आज सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्र में हिन्दी भाषा में कैरियर (Career in Hindi) के कई विकल्प मौजूद है। आज के युवा हिन्दी भाषा एवं साहित्य की पढ़ाई कर Translator, Official Language Officer, Manager Official, Teacher, Professor, Editor, Co-Editor, blogger, Radio jocky, publishing एवं content creation, Hindi Journalism एवं Mass Communication में हिन्दी भाषा में कैरियर (Career in Hindi) बना सकते हैं।
भारत तथा विदेशों में हिन्दी भाषा से संबंधित कैरियर के निम्नलिखित विकल्प है-
Career in Hindi as a Translator
Career in Hindi as a Official Language Officer or Manager Official Language in PSU or Govt. BANK,
Career in Hindi as a Teacher (Hindi Language),
Career in Hindi as a Professor (Hindi Language), Lecturer (Language),
Career in Hindi as a Editor, Co-Editor
Career in Hindi as a blogger, Radio jocky
Career as a Translator: अनुवादक के रूप में कैरियर-
अंग्रेज़ी हुकुमत के समय से ही प्रायः सभी सरकारी दस्तावेज अंग्रेजी में होने के कारण व्यापक स्तर पर अनुवाद की आवश्यकता महसूस की गई। अतः सभी सरकारी कार्यालयों में अनुवाद की कमी को पूरा करने के लिए अनुवादकों की नियुक्तियाँ की जाने लगी। वर्तमान में हिन्दी भाषा भारत सरकार की आधिकारिक राजभाषा है। भारत सरकार के कार्यालयों, विभागों, निगमों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के सभी उपक्रमों, बैंको तथा कंपनियों में भारत सरकार की राजभाषा नीति लागू होती है तथा ये सभी राजभाषा के दायरे में आते है। हिंदी भारत की राजभाषा होने के साथ–साथ राष्ट्रभाषा तथा संपर्क भाषा है।
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अनुवादक की जॉब प्रोफाइल:
हिंदी वर्तमान में कुल दस राज्यों की राज्य भाषा है -बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, छतीसगढ़, हिमाचलप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली। इसके साथ ही भारत के कई राज्यों में इसे सहायक राजभाषा का दर्जा प्राप्त है।
हिन्दी में कार्य करना एक संवैधानिक आवश्यकता है। इस क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों / कर्मचारियों की नियुक्ति भारतीय संविधान के अनुसार एक विशेष सेवा के तहत की गई है। इस क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों / कर्मचारियों भाषा (हिन्दी-अंग्रेजी) विशेषज्ञ होते है। सरकार की मंशा स्पष्ट है कि इस सेवा में आने वाले लोगों को राजभाषा नीति-नियमों की अच्छे जानकार, ट्रांसलेसन एक्सपर्ट तथा प्रोफेशनल होना पड़ेगा।
राजभाषा संबंधी उत्तरदायित्वों का समुचित रूप से पालन करने के लिए यह उपेक्षित ही नहीं वरन अत्यंत आवश्यक है कि राजभाषा अधिनियमों, नियमों, अनुच्छेदों, इससे जुड़े प्रावधानों तथा दोनों भाषाओं (हिन्दी-अंग्रेजी) के साहित्य तथा व्याकरण का अच्छा ज्ञान हों। अन्यथा वे इस सेवा के साथ जस्टिस नहीं कर पाएंगे। ये अनुवादक मुख्यतः अनुवाद तथा राजभाषा क्रियान्वयन से जुड़े अधिकारी होते है।
Post hierarchy for Translation Officers -अनुवाद अधिकारियों की पद-स्थापना
Junior Translation Officer
Senior Translation Officer
Hindi Officer/Assistant Director Official Language
Deputy Director Official Language
Joint Director Official Language
Director Official Language
Starting Salary of a Translation Officer
7वें वेतन आयोग के अनुसार अनुवाद अधिकारियों की वेतन संरचना (Basic Pay) इस प्रकार है:
Junior Translation Officer 35400/-
Senior Translation Officer 44900/-
Assistant Director Official Language 56100/-
Deputy Director Official Language 67700/-
Joint Director Official Language 78800/-
Director Official Language 123100/-
Educational qualification for translator
अनुवादक के लिए शैक्षणिक योग्यता राजभाषा से संबंधित पदों का सृजन मास्टर लेवल (हिन्दी या अंग्रेजी में) पर किया गया है। इस सेवा में आने वाले अभ्यर्थियों को हिन्दी या अंग्रेजी में मास्टर डिग्री के साथ एक वर्ष का ट्रांसलेसन में डिप्लोमा या फिर ट्रांसलेसन में दो वर्ष का कार्यानुभव की अनिवार्य योग्यता रखनी होगी।
Translator’s appointment process : अनुवाद अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया
अनुवाद अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया कर्मचारी चयन आयोग, भारत सरकार एवं केंद्र सरकार के मंत्रालयों एवं विभागों द्वारा की जाती है।
रोजगार के क्षेत्र में अनुवाद का क्या महत्व है?
एतिहासिक रूप से नजर डाले तो पाएंगे कि विश्व के सभी देशों में अभिव्यक्ति माध्यम भाषा ही रहा है। भाषा के बिना राष्ट्र की संकल्पना नहीं हो सकती है। सभी देश अपने यहाँ बोली जाने वाली प्रमुख भाषा को शासन की भाषा बनाया। भारत में भी पहले संस्कृत, फिर मुगल काल में फारसी, अंग्रेजों के समय अंग्रेजी एवं स्वतंत्र भारत में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया।
संविधान में हिन्दी को राजभाषा का स्थान दिए जाने के बाद राजभाषा अधिनियम 1963 तथा राजभाषा नियम 1976 लागू होने के बाद भारत सरकार के सभी कार्यालयों में द्विभाषी युग का आरंभ हुआ। भारत सरकार राजभाषा दो है- मुख्य राजभाषा हिन्दी तथा सहायक राजभाषा अंग्रेज़ी ।
Career as Official Language Officer (राजभाषा अधिकारी के रूप में कैरियर)
यह स्पष्ट है कि भारत सरकार की राजभाषा नीति भारत सरकार के सभी कार्यालयों तथा विभागों में लागू होती है, जिनमें राष्ट्रीयकृत बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम तथा कंपनियाँ भी शामिल है। राष्ट्रीयकृत बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा कंपनियों में मुख्यतः राजभाषा अधिकारी के रूप में नियुक्ति होती है। इन राजभाषा अधिकारियों का कार्य क्षेत्र विस्तृत होता है।
यहाँ इन्हें सरकार की राजभाषा नीति को कार्यान्वित करने के साथ-साथ अनुवाद कार्य, हिन्दी शिक्षण, हिन्दी सम्मेलन, हिन्दी कार्यशाला तथा पत्रिकाओं का प्रकाशन आदि कार्य करने पड़ते है।
राजभाषा अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया: Recruitment Process of Official Language Officer- Through IBPS
वर्तमान में बैंकों में राजभाषा अधिकारीयों की नियुक्तियों आई बी पी एस विशेषज्ञ अधिकारी परीक्षा के माध्यम से हो रही है। इसके अलावा विभिन्न नवरत्न तथा महारत्न कंपनियाँ अपने-अपने स्तर पर नियुक्तियाँ प्रकाशित करती हैं।
Educational qualification for Official Language Officer
राजभाषा अधिकारी के लिए योग्यता स्नातक स्तर पर हिन्दी और अंग्रेजी विषय के साथ हिन्दी/अंग्रेजी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि।
Salary and Post hierarchy of official language officer राजभाषा अधिकारी की सैलरी एवं पदस्थापना
आरंभिक वेतन-6 लाख से 7 लाख रू वार्षिक।
बैंकों में राजभाषा अधिकारीयों की पद स्थापना
Asst Manager (OL)
Manager (OL)
Senior Manager (OL)
Chief Manager (OL)
Assistant General Manager (OL)
Deputy General Manager (OL)
General Manager (OL)
Career opportunities as a Hindi Teacher हिंदी अध्यापन एवं शिक्षण के क्षेत्र में कैरियर के अवसर :
हिंदी अध्यापन एक ओर कैरियर विकल्प है जो हिंदी वक्ताओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। हिंदी कई भारतीय राज्यों में एक आधिकारिक भाषा है और यह देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाया जाता है। इसमें देश भर के स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में कैरियर के अवसर उपलब्ध होते है।
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Career Opportunities as Hindi Teacher हिन्दी शिक्षक के रूप में कैरियर के अवसर :
हिन्दी भाषा में शिक्षक बनने के भी अच्छे अवसर मौजूद हैं। कारण भी स्पष्ट है। देश-विदेश में फैले शिक्षण संस्थानों, नवोदय तथा केंद्रीय विद्यालयों में हिन्दी भाषा का अध्ययन-अध्यापन हो रहा है। इन सभी शिक्षण संस्थानों में हिन्दी शिक्षकों की बड़े स्तर पर नियुक्तियाँ प्रकाशित की जाती है।
Academic rank for Teachers /हिन्दी शिक्षक को यहाँ कैरियर के विभिन्न विकल्प उपलब्ध होते हैं-
Trained Graduate Teacher
Post Graduate Teacher
Principal
Educational qualification / हिन्दी शिक्षक बनने के लिए योगयता
हिन्दी में स्नातक या स्नातकोत्तर की उपाधि के साथ बी.एड. की डिग्री।
Salary- हिन्दी शिक्षक की सैलरी
आरंभिक वेतन-6 लाख से 7 लाख वार्षिक
Career as a Professor हिन्दी प्रोफेसर के रूप में कैरियर
प्रोफेसर अपने विषय के धनी होते है। उनका ज्ञान उच्च स्तर का होता है। अच्छा कैरियर तथा आकर्षक वेतन एवं पैकज प्रोफेसर का कैरियर सभी को अपनी तरफ आकर्षित करता है। हिन्दी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भाषा होने के कारण प्राध्यापक को देश-विदेश में रोजगार के कई अवसर प्राप्त होते है। इस क्षेत्र में आने के लिए निर्धारित योग्यता के अलावा बेहतरीन लेखन तथा वाक शैली की आवश्यकता होती है।
Eligibility to become a Professor of Hindi – हिन्दी प्रोफेसर बनने के लिए योगयता-
1) 55% अंको के साथ हिन्दी भाषा में स्नातकोत्तर की उपाधि 2) राष्ट्रीय/राज्य पात्रता(नैट/सैट) परीक्षा उतीर्ण होना चाहिए। 3) पी.एच.डी. धारक होनी चाहिए। (वांछनीय योग्यता)
Hindi Professor’s salary हिन्दी प्रोफेसर की सैलरी
आरंभिक वेतन – 8 लाख से 9 लाख वार्षिक।
Recruitment process of Hindi professor-हिन्दी प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया
हिन्दी प्रोफेसर की नियुक्ति राज्य लोक सेवा आयोग, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों द्वारा की जाती है।
Academic rank for professors-हिन्दी प्रोफेसर को यहाँ कैरियर के विभिन्न विकल्प उपलब्ध होते हैं-
Professor
Associate professor
Assistant professor
Career as an interpreter दुभाषिया (Interpreter) के रूप में कैरियर–
अनुवादक जहाँ एक भाषा से दूसरी भाषा में लिखित अनुवाद प्रस्तुत करता है, वहीं दुभाषिया (Interpreter) मौखिक अनुवाद प्रस्तुत करता है। दुभाषिया का कार्य चुनौती भरा होता है उसे एक भाषा में कहे गए कथन को दूसरी भाषा में तुरंत प्रस्तुत करना पड़ता है। भारतीय संसद तथा कई राज्यों में दुभाषिया की नियुक्तियाँ प्रकाशित की जाती है।
इस क्षेत्र में आने के लिए कई आंतरिक गुणों की भी आवश्यकता होती है जैसे अच्छी स्मरण शक्ति, सामान्य ज्ञान का होना, आत्म विश्वास, मातृभाषा, देशी तथा विदेशी भाषा के प्रति लगाव होना, पारिभाषिक शब्दावलियों का अच्छा ज्ञान आदि।
Interpreter बनने के लिए योग्यता
स्नातक स्तर पर हिन्दी और अंग्रेजी विषय के साथ हिन्दी/अंग्रेजी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि।
Career in Journalism and Mass Communication हिंदी पत्रकारिता और जन संचार में कैरियर :
हिंदी, भारत में संचार का एक लोकप्रिय माध्यम है। हिन्दी भाषा के समाचार पत्रों का प्रसार अन्य किसी भी भाषा के समाचार पत्रों से कई गुना ज्यादा है। हिन्दी पाठकों की संख्या भी अन्य भाषा के पाठको की तुलना में कई गुना ज्यादा है। इसीलिए वर्तमान में कई अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशक अपनी पत्रिकाओं के हिन्दी संस्करण प्रकाशित कर रहे हैं। इन अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में भी अनुवादकों तथा संपादकों के अलावा कंटेन्ट लेखक के लिए कैरियर के कई अवसर उपलब्ध होते है और कोई भी एक फ्रीलांस पत्रकार या लेखक के रूप में भी काम कर सकता है।
Career as publisher and content creator
हिंदी भाषा प्रकाशन एक विशाल और बढ़ते उद्योग है, जिसमें कई प्रकाशन पाठकों की एक विविध श्रेणी के लिए खानपान करते हैं। प्रकाशन और सामग्री निर्माण में एक कैरियर उन लोगों के लिए अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है जिन्हें सामग्री लिखने और बनाने का शौक है। यह शीर्ष प्रकाशकों के साथ काम करने के अवसर प्रस्तुत करता है, दोनों प्रिंट और डिजिटल मीडिया में, और कोई भी एक फ्रीलांस लेखक या सामग्री निर्माता के रूप में भी काम कर सकता है।
Career in Blogging:
कंटैंट क्रिएटर ब्लोगिंग को भी अपना एक कैरियर विकल्प बना सकते है। भारत के कई bloggar ब्लोगिंग को ही अपना एकमात्र कैरियर विकल्प बनाकर आज अपनी जीविका अर्जित कर रहें हैं।
Advertising and Marketing in Hindi Language / Career in Marketing- पत्रकारिता में रोजगार के क्या अवसर है?
विज्ञापन और विपणन किसी भी व्यवसाय के आवश्यक घटक हैं और वे जनता के लिए उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें आपको भारत और विदेशों में शीर्ष विज्ञापन एजेंसियों के साथ काम करने के अवसर मिलता है और कोई चाहे तो विज्ञापन सलाहकार के रूप में भी काम कर सकता है।
Employment in other field in Hindi: हिन्दी में अन्य क्षेत्र में रोजगार
इसके अतिरिक्त हिन्दी भाषा में कैरियर के अन्य विकल्प भी है- जैसे कि व्याख्याता(भाषा), हिन्दी आशुलिपिक, विभिन्न समाचार पत्रों तथा न्यूज चैनलों में सह संपादक तथा संवाददाता के रूप में भी कैरियर की शुरूआत की जा सकती है। इसके अतिरिक्त फिल्मों में भी गीत लेखक, स्क्रिप्ट राइटर, डायलॉग राइटर के रूप में कैरियर उपलब्ध होते है। इसके अलावा देश के प्रायः सभी महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में हिन्दी मीडिया से संबंधित कई कोर्स उपलब्ध है।
Conclusion:
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि हिन्दी भाषा में कैरियर के विभिन्न विकल्प मौजूद है जिनमें सरकारी क्षेत्र के साथ -साथ प्राइवेट कंपनियाँ भी है। जिसमें अनुवादक, राजभाषा अधिकारी, प्रबंधक अधिकारी, शिक्षक, प्राध्यापक, संपादक, सह-संपादक, ब्लॉगर, रेडियो जॉकी, प्रकाशन एवं सामग्री निर्माण, हिन्दी पत्रकारिता एवं जनसंचार में आज के युवा अपना कैरियर बना सकते हैं।
अब देर करना व्यर्थ है। अगर आपको हिन्दी भाषा को कैरियर के रूप में अपनाना चाहते है तथा नई-नई भाषा सीखने के लिए आतुर है तो भारत जैसे बहुभाषी देश में हिन्दी भाषा में अपना कैरियर बना सकते है जो भारत की सबसे विकसित भाषा होने के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भाषा है।
A- राजभाषा अधिकारी बनने के लिए स्नातक स्तर पर हिन्दी एवं अँग्रेजी विषय के साथ हिन्दी में मास्टर डिग्री होना चाहिए। इसके बाद आईबीपीएस (IBPS) की विशेषज्ञ अधिकारी की परीक्षा देनी होती है।
Q- राजभाषा अधिकारी की सैलरी कितनी है?
A- राजभाषा अधिकारी की बेसिक सैलरी मूल 36000 रू है तथा करीब 60,000 रू तक कुल वेतन प्राप्त होता है।
Q- हिंदी में अपना करियर कैसे बनाएं?
A- हिन्दी में अपना करियर बनाने के लिए मास्टर डिग्री हिन्दी भाषा एवं साहित्य से करने पर करियर की अपार संभावनाएं मिल जाती है।
Q- हिंदी पढ़ कर हम क्या बन सकते हैं? कौन से क्षेत्र में हिंदी भाषा के लिए रोजगार के अवसर है?
A- आज के युवा हिंदी भाषा एवं साहित्य की पढ़ाई कर अनुवादक, राजभाषा अधिकारी, प्रबंधक, शिक्षक, प्रोफेसर, संपादक, सह-संपादक, ब्लॉगर, रेडियो जॉकी, प्रकाशन एवं सामग्री निर्माण, हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचार में करियर बना सकते हैं।
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