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    Navratri 8th Day 2024: जाने नवरात्री के आठवें दिन माता का स्वरूप तथा दुर्गा अष्टमी से जुड़ी कथा एवं शुभ मुहूर्त।

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    Navratri 8th Day 2024: नवरात्री के आठवें दिन माँ दुर्गा के रूप में माँ महागौरी की पूजा की जाती है तथा महागौरी को धन, वैभव और सुख-शांति की देवी कहा जाता है तथा इस दिन कन्या पूजा का विशेष महत्व है तथा इस दिन को अष्टमी के रूप में भी जाना जाता है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष के अष्टमी तिथि को महाअष्टमी का त्योहार मनाया जाता है, खास कर पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में अष्टमी का त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है।

    माँ महागौरी का स्वरूप :

    माँ दुर्गा का अष्टम रूप महा गौरी है। माँ का रंग गौर वर्ण होने के कारण इस देवी का नाम महागौरी पड़ा तथा इनके वस्त्र और आभूषण भी सफेद रंग के है। महागौरी की चार भुजाएं है तथा ये अपने ऊपर वाले हाथ को अभय मुद्रा में और नीचे वाले(दाहिने) हाथ में त्रिशूल ली हुई है। बाएँ ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और अपने नीचे वाले हाथ को वर मुद्रा में की हुई बैल पर विराज़मान है तथा इनका यह स्वरूप अत्यंत उज्ज्वल और शुशोभित प्रतीत होता है।

    Navratri 8th Day 2024

    दुर्गा अष्टमी का शुभ मुहूर्त: Navratri 8th Day date

    साल 2024 में दुर्गा अष्टमी का त्योहार 11 अक्टूबर यानि शुक्रवार को मनाया जाएगा। अष्टमी तिथि का शुभ मुहूर्त 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 बजे से शुरू होगी और इसका समापन 11 अक्टूबर को दोपहर 12:00 बजे होगी। इसके बाद से नवमी तिथि का आगमन हो जाएगा। जो भी महिलाएँ अष्टमी का व्रत करती है वह 11 अक्टूबर को महाअष्टमी का व्रत रख सकती है।

    दुर्गा अष्टमी का महत्व:

    पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में दुर्गा अष्टमी का विशेष महत्व है तथा इस दिन दुर्गा अष्टमी का त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। दुर्गा अष्टमी के दिन बंगाली धर्म के लोग सुबह जल्दी उठ कर नहा-धोकर फ़्रेश हो जाते है और नए कपड़े पहन पुष्पाजंली देने के लिए माँ दुर्गा के पंडालों में जाते है तथा इस दौरान भक्तजनो माँ दुर्गा की प्रतिमा की आराधना करते हुए उन पर पुष्प की वर्षा करते है इसलिए इस दिन को महाअष्टमी कहा जाता है।

    दुर्गा अष्टमी के दिन अस्त्र पूजा तथा संधि पूजा भी की जाती है और शाम के समय माँ दुर्गा की आरती की जाती है उसके बाद पंडालों में अष्टमी भोग का वितरण किया जाता है।

    दुर्गा अष्टमी पूजा-विधि:

    • दुर्गा अष्टमी के दिन माँ दुर्गा के आठवें रूप में माँ महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह जल्दी उठ कर फ़्रेश हो जाए और नहा-धोकर स्वच्छ कपड़े धारण करे।
    • उसके बाद माँ को पुष्प, चंदन तथा कुमकुम अर्पित करे। अब माता को भोग लगाए तथा भोग में नारियल अवश्य चढ़ाए।
    • अब माँ के सामने घी का दीपक जलाए तथा कपूर से आरती करते हुए मंत्रों का जाप करे।
    • अब माँ का ध्यान करते हुए इनके चरणो के आगे सिर झुका कर प्राथना करे।

    अष्टमी के दिन माता महा गौरी को नारियल का भोग लगाया जाता है तथा इस दिन नारियल से बने लड्डू तथा बर्फ़ी का भी भोग लगा सकते है। मान्यता यह है की माता गौरी को सफेद रंग काफी प्रिय है इसलिए इस दिन नारियल का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।

    दुर्गा अष्टमी व्रत कथा (Navratri 8th Day Katha):

    पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भगवान शिव ने अपनी पत्नी पार्वती को फटकार दिए थे जिससे माता पार्वती का मन आहत हो गया। और माता पार्वती कैलाश पर्वत से दूर जंगलों में जाकर कठोर तपस्या करने लगी तथा पार्वती तपस्या में लीन हो गई और इस तरह कई वर्ष बीत गए।

    अंत में भगवान शिव माता पार्वती को ढूँढते हुए उनके पास पहुँचे तथा माता पार्वती के इस रूप को देख कर भगवान शिव आश्चर्यचकित रह गए। माता पार्वती का स्वरूप अत्यंत करुणामयी, शांत और मृदुल स प्रतीत हो रहा था। भगवान शिव माता पार्वती का रंग, वस्त्र तथा आभूषण को देखते हुए इन्हें गौर वर्ण का वरदान देते है, इतना ही नहीं माता पार्वती के इस रूप को देख कर भगवान शिव काफी प्रसन्न हुए और इन्हें माँ गौरी का नाम दिए। इस तरह माँ दुर्गा के आठवें रूप को माँ महागौरी के नाम से जाना जाता है।

    अष्टमी के दिन कन्या पूजा का महत्व:

    नवरात्री में दुर्गा अष्टमी के दिन कन्या पूजा का विशेष महत्व है तथा इस दिन नौ साल से कम उम्र वाली कन्याओं की पूजा की जाती है तथा पूजा के बाद इन कन्याओं को पूरी, चना दाल, खीर तथा हलवा परोसा जाता है और इन कन्याओं का पैर छू कर आशीर्वाद लिया जाता है। मान्यता है कि अष्टमी के दिन कन्या पूजन करने से घरों में सुख शांति तथा समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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    नवरात्री के आठवें दिन सफेद रंग के कपड़े पहनना काफी शुभ माना जाता है तथा इस दिन सफेद रंग के वस्त्र धारण कर माता महा गौरी की पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण होती है।

    माता महागौरी की मंत्र (Navratri 8th Day Mantra)

    सर्व मंगल मंग्लये, शिवे सर्वार्थ साधिके,

    शरणये त्रयंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते…।

    नवरात्रीदिन माँ दुर्गा का रूप
    नवरात्री का पहला दिन3 अक्टूबर, 2024 दिन- गुरुवारमाँ शैलपुत्री
    नवरात्री का दूसरा दिन4 अक्टूबर, 2024 दिन- शुक्रवारमाँ ब्रह्मचारिणी
    नवरात्री का तीसरा दिन5 अक्टूबर, 2024 दिन- शनिवारमाँ चंद्रघंटा
    नवरात्री का चौथा दिन6 अक्टूबर, 2024 दिन- रविवारमाँ कुषमांडा
    नवरात्री का पांचवा दिन7 अक्टूबर, 2024 दिन- सोमवारमाँ स्कंदमाता
    नवरात्री का छठा दिन8 अक्टूबर, 2024 दिन- मंगलवारमाँ कात्यायनी
    नवरात्री का सातवाँ दिन9 अक्टूबर, 2024 दिन- बुधवारमाँ कालरात्रि
    नवरात्री का आठवाँ दिन10 अक्टूबर, 2024 दिन- गुरुवारमाता महागौरी
    नवरात्री का नौवाँ दिन11 अक्टूबर, 2024 दिन- शुक्रवारमाँ सिद्धिदात्री
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