भारत की राजधानी दिल्ली में घूमने के लिए कई धार्मिक स्थल तथा ऐतिहासिक जगहें है। दिल्ली में सिर्फ़ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी यात्री भी दिल्ली शहर की सुंदरता को देखने के लिए यहाँ आते है। दिल्ली एक ऐसा शहर है जहां आपको मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च आदि सभी संस्कृति का मेल देखने को मिलेगा।
मुग़ल शासक शाहजांह द्वारा निर्मित यहाँ पर कई ऐतिहासिक स्थल है जो दिल्ली शहर को यादगार बनाता है। अगर आप भी दिल्ली(Delhi main ghumne ka sthan) घूमने का प्लान बना रहे है तो आप ठंड के मौसम में दिल्ली शहर का भ्रमण कर सकते है क्योंकि मार्च से सितंबर के बीच दिल्ली में भीषण गर्मी का क़हर छाया रहता है, इसलिए अगर आपको दिल्ली का इंडिया गेट, लाल किला, क़ुतुब मीनार तथा हुमायूँ का मक़बरा का दीदार करना है तो ठंड के महीनों में यहाँ जरुर आए।
Delhi main ghumne ka sthan: दिल्ली में घूमने के लिए काफी शानदार जगहें
- लाल किला
- इंडिया गेट
- हुमायूँ का मक़बरा
- क़ुतुब मीनार
- अक्षरधाम मंदिर
- इस्कॉन टेम्पल
- जामा मस्जिद
- लोटस टेम्पल
- जंतर मंतर
- राज घाट
- नेहरू पार्क
- चाँदनी चौक
- नेशनल ज्यूलोजिकल पार्क
लाल किला:
मुग़लों द्वारा निर्मित तथा लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया यह किला दिल्ली शहर का सबसे आकर्षण केंद्र बिंदु में से एक है। लाल किला पर्यटकों का सबसे बेस्ट डेस्टिनेशन में से एक है तथा यह किला बहुत ही बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है इसके साथ-साथ यह किला सेल्फ़ी प्वाइंट के लिए काफी प्रसिद्ध स्थान है।

लाल किला, दिल्ली में स्थित पर्यटकों के सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है जिसे रेड फ़ोर्ट भी कहा जाता है। शाहजहाँ द्वारा बनाया गया यह किला 1648 में तैयार किया गया तथा शाम के समय लाल किला का यह स्थान लाइटों से जगमगा उठता है, इस तरह इनका सौंदर्य हमें मंत्र मुग्ध करता है। लाल किला पर्यटकों के लिए मंगलवार से रविवार तक खुला रहता है।
लाल किला के अंदर बहुत बड़ा म्यूज़ियम है तथा इस म्यूज़ियम में आपको हस्त शिल्प के कई समाने देखने को मिलती है। चाँदनी चौक स्टेशन के पास ही यह किला मौजूद है तथा लाल किला सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक खुला हुआ रहता है। लाल किला घूमने के बाद आप यहाँ से दिगंबर जैन मंदिर तथा सीस गंज गुरुद्वारा का सैर कर सकते है।
इंडिया गेट:
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान युद्ध में हुए शहीदों की स्मृति के रूप में इंडिया गेट बनाया गया है। यह स्मारक ज़मीन तल से 42 मीटर ऊँचा है। प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए शहीदों के याद में इंडिया गेट का निर्माण करवाया गया तथा यहाँ की दीवारों में अब भी उन शहीदों का नाम लिखा हुआ है। इंडिया गेट उन 70,000 भारतीय सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपनी जान गंवा दी थी।

एडविन लुटियंस द्वारा बनाया गया यह गेट अपनी ऐतिहासिक दास्तां के लिए विश्व विख्यात है। इंडिया गेट का यह स्थान बाग-बगीचों से भरपूर है तथा इंडिया गेट में कई लोग पिकनिक मनाने के लिए भी यहाँ आते है।
हुमायूँ का मक़बरा:
लाल पत्थर से बना हुमायूँ का मक़बरा दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से के है। हुमायूँ की पत्नी हाजी बेगम ने इस मक़बरा का निर्माण करवाई थी। बड़े-बड़े बुलंद दरवाज़े तथा यहाँ की चबूतरे इस मक़बरे को ओर भी खास बनाता है।

कहा जाता है कि हुमायूँ का मक़बरा में मुग़ल परिवार के 150 से अधिक सदस्यों का मक़बरा स्थापित है इसलिए इस मक़बरे को ‘मुग़लों का शयनागार’ भी कहा जाता है।
क़ुतुब मीनार:
क़ुतुब मीनार, दिल्ली के सबसे ऊँची तथा पुरानी इमारतों में से एक है तथा क़ुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा निर्मित यह इमारत ईरानी वास्तुकला पर आधारित है। लाल पत्थरों तथा ईटों से बनी क़ुतुब मीनार के अंदर पूरे 380 सीढ़ियाँ है।

साल 1981 में क़ुतुब मीनार में भयानक हादसा होने के बाद भगदड़ मच गई थी और इस दौरान 45 लोगों की मौत हो गई और तब से क़ुतुब मीनार के अंदर सीढ़ियों की एंट्री बंद कर दी गई। यानि अब आप बहार से ही क़ुतुब मीनार की ऊँची इमारत को देख सकते है। यह मीनार नीचे से चौड़ी तथा ऊपर संकरी बनाई गई है, जो मुग़लों की ऐतिहासिक इमारतों में एक है।
अक्षरधाम मंदिर:
अक्षरधाम मंदिर, विश्व के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है तथा इस मंदिर का हर एक कोना क़ाबिले तारीफ़ है। अक्षरधाम मंदिर को ‘स्वामी नारायण अक्षरधाम’ के नाम से भी जाना जाता है तथा इस मंदिर के अंदर 11 फिट ऊँची भगवान स्वामी नारायण की सोने से बनी मूर्ति है। अपनी भव्य वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध यह मंदिर पर्यटकों का आकर्षण केंद्र बिंदु में से एक है। अक्षरधाम मंदिर 141 फिट ऊँचा, 316 फिट चौड़ा और 356 फिट लंबा है।

अक्षरधाम मंदिर सुबह 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक तथा मंगलवार से लेकर रविवार तक खुला रहता है तथा सोमवार को यह मंदिर बंद रहता है। अक्षरधाम मंदिर की सम्पूर्ण दर्शन के लिए आपको अधिक समय निकलना पड़ेगा।
अक्षरधाम मंदिर में 12 महीने यानि सालो भर लोगों की भिड़ लगी रहती है। 6 नवंबर, 2005 को इस मंदिर का उद्धाटन किया गया। दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर होने के कारण गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकोर्डस में अक्षरधाम मंदिर का नाम दर्ज है।
इस्कॉन मंदिर:
भगवान कृष्ण और राधा को समर्पित इस्कॉन मंदिर दिल्ली के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। जन्माष्टमी के अवसर पर इस मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। यह मंदिर दिखने में बेहद ही दिव्य और खूबसूरत है। साल 1998 में पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपायी द्वारा इस्कॉन मंदिर का उद्धघाटन किया गया था।

इस्कॉन मंदिर में शाम के समय भव्य आरती की जाती है तथा इस दौरान यह मंदिर दिव्य अलौकिक की तरह प्रतीत होता है। इस्कॉन टेंपल घूमने के बाद आप यहाँ से कालकाजी मंदिर तथा लोटस टेंपल का भी दर्शन कर सकते है। इसके अलावा कैलाश कॉलोनी मेट्रो स्टेशन के माध्यम से आप इस्कॉन मंदिर आसानी से पहुँच सकते है।
जामा मस्जिद:
जामा मस्जिद, भारत के सबसे बड़े मस्जिदों तथा भारतीय संस्कृतियों में सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है तथा जामा मस्जिद को मस्जिद-ए-जहांनुमा के नाम से भी जाना जाता है। दिल्ली के वाजिरा बाद रोड में स्थित जामा मस्जिद भारत के सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है।

ईद के दौरान यहाँ पर काफी भिड़ उमड़ती है। यह मस्जिद इतना बड़ा है कि एक बार में 25000 से भी ज़्यादा श्रद्धालु अपनी आस्था व्यक्त कर सकते है अर्थात् नमाज अदा कर सकते है। मुग़ल शासक शाहजहाँ द्वारा निर्मित जामा मस्जिद को 1656 में तैयार करवाया गया था। जामा मस्जिद के भव्य स्मारक को बनाने में पूरे 6 साल का समय लगा था। जामा मस्जिद में प्रवेश के लिए कुल तीन दरवाज़े है तथा यह दरवाज़ा दक्षिण, पूर्व और उत्तर दिशा में स्थित है।
जामा मस्जिद में रोज़ाना लाखों श्रद्धालु नमाज पढ़ने आते है। इस मस्जिद को संगमरमर के लाल पत्थरों से बनाया गया है तथा जामा मस्जिद में प्रतिदिन पाँच बार नमाज पढ़ी जाती है जो इस प्रकार है:
नमाज पढ़ने का समय:
पहला नमाज: सूर्योदय से पहले होती है जिसे Fajr कहा जाता है।
दूसरा नमाज: सूर्योदय के कुछ समय बाद नमाज अदा किया जाता है जिसे Dhuhr(धुहा) कहा जाता है।
तीसरा नमाज: दोपहर बेला में नमाज पढ़ी जाती है जिसे Asr(असर) कहा जाता है
चौथा नमाज: सूर्यास्त के तुरंत बाद नमाज पढ़ा जाता है, जिसे Maghrib(मगरिब) कहा जाता है।
पांचवा नमाज: रात को सोने से पहले नमाज पढ़ी जाती है जिसे Isha(ईशा) कहा जाता है।
जंतर मंतर:
जंतर मंतर, दिल्ली के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है। साल 1724 में महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा निर्मित यह इमारत काफी लोकप्रिय है तथा यहाँ आए दिन धरना प्रदर्शन होती रहती है तथा यह वही जगह जब साल 2011 में अन्ना हज़ारे द्वारा आंदोलन की शुरुआत की गई थी, उसके बाद से यहाँ पर कई प्रदर्शन होना शुरू हो गया। जंतर मंतर पहुँचने के लिए आपको दिल्ली के नज़दीकी मेट्रो रेलवे स्टेशन पटेल चौक उतरना पड़ेगा।

राज घाट:
महात्मा गांधी के स्मारक के रूप में प्रसिद्ध राज घाट वह स्थान है जहां पर गांधी जी की हत्या की गई थी। इस स्मारक का निर्माण 1948 में हुआ। ऐतिहासिक घाट के रूप में प्रसिद्ध यह स्मारक महात्मा गांधी को समर्पित है। प्रत्येक साल 2 अक्टूबर को राज घाट पर भारत के प्रधान मंत्री द्वारा महात्मा गांधी के स्मारक को सम्मान व्यक्त किया जाता है।

नेहरू पार्क:
नेहरू पार्क, दिल्ली के सबसे खूबसूरत तथा हरे-भरे वातावरण से भरपूर इलाक़ों में से एक है तथा इस पार्क में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। नेहरू पार्क सुबह 5:00 बजे से लेकर शाम 8:00 बजे तक खुला रहता है तथा इस पार्क में कई लोग सुबह के समय जोगिंग, एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग तथा व्यायाम करने के लिए यहाँ आते है।

नेहरू पार्क हरे भरे पेड़ों और विभिन्न प्रकार के फूलों से सजा यह गार्डेन काफी खूबसूरत है। यहाँ का वातावरण मनोरम और शानदार दृश्य प्रदान करने वाला सबसे बड़ा पार्क में से एक है। इसके अलावा कई लोग नेहरू पार्क में पिकनिक मनाने के लिए भी आते है।
दिल्ली पहुँचने के लिए यातायात साधन:
दिल्ली, भारत की राजधानी होने के कारण यह एक केंद्र-शासित प्रदेश है तथा यहाँ पर घूमने के लिए कई ऐतिहासिक जगहें है। भारत के हर एक राज्य से आप दिल्ली शहर आसानी से पहुँच सकते है तथा यह शहर देश के दूसरे भागों से वायु, सड़क और रेल यातायात के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
हवाई जहाज़ द्वारा:
अगर आप हवाई जहाज़ के माध्यम से दिल्ली शहर पहुँचना चाहते है, तो इसके लिए आपको दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की टिकट बुक करनी पड़ेगी। यह एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है तथा इस एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फ़्लाइट अन्य शहरों के लिए उड़ान भरते है। दिल्ली एयरपोर्ट 5,106 एकड़ क्षेत्रों में फैला हुआ है।
रेल यातायात साधन:
यदि आप ट्रेन के माध्यम से दिल्ली पहुँचना चाहते है तो इसके लिए आपको नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की टिकट काटनी पड़ेगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सबसे बड़ा और व्यवस्थित स्टेशनों में से एक है तथा इस स्टेशन में टोटल 16 प्लेटफ़ॉर्म है। इसके साथ ही इस स्टेशन के पास में ही दिल्ली मेट्रो स्टेशन है जो आपको दिल्ली के अन्य शहरों में ले जाता है। इसके अलावा इसी शहर में मौजूद अन्य चार रेलवे स्टेशन से भारत के हर राज्य से दिल्ली शहर पहुँच सकते है
- पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन(DLI)
- हज़रत निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन(NZM)
- आनंद विहार रेलवे टर्मिनल(ANVT)
- दिल्ली सराय रोहिल्ला स्टेशन(DEE)
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